Sunday, March 18, 2018

Latest Pahaliyan in Hindi for school kids

1.हाथ -पावं व् पंख नही
अग्नि है इसकी माता |
हवा के सहारे उपर -नीचे ,
रुई -सा बिछ जाता

2.वनों की रोनक हूँ
सब्ज -सी परी |
जो भी कह दो ,वो रट लूँ ,
यह है कारीगिरी |

3.एक स्त्री के दो बेटे
दोनों ही सदा  रहते है लेटे|
चले यदि एक अकेला ,
दोनों का साथ अलबेला |


4.तीन आखर का मेरा नाम ,
वन -उपवन हटा है मेरा धाम |
बीच कटा तो बनी लड़ी ,
शुरू कटे पर कड़ी -कड़ी |


5.राजा के साथ दो मंत्री  है ,
ले दो -दो घोड़े ,हाथी व् ऊंट |
एक -एक इन  सब  के आगे ,
खड़े हुए है सैनिक  रंगरूट |


6.चढ़े  कंठ पर हुडदंग करे ,
तरलो मे है बदनाम |
आदत मे ये शुमार है ,
बतलाओ मेरा नाम | |

7.हरा रंग ,तन  पती का है ,
सबको मैं हैरान करूं |
रंग घोलकर  मुझे सजाओ ,
तब मै देह को लाल करूं |


8.तीन मेरे है हाथ ,
एक पावं है टंगा रहता  उल्टा ,
जब देखो  तो चक्कर काटू |
सब को राहत पहुचाता | |


9.पप्पू  राजा घर  मे बैठे है ,
रूठे है कुछ न बोले |
कान उमेठो ,तुरन्त माने ,
झटपट अपना मुहँ  खोले |

10.मोटा पेट है मेरा भाई ,
मुख  है मेरा छोटा  गोल |
प्यासे की मै प्यास  बुझओ,
रहस्य फटाफट मेरा खोल | |




Thursday, March 15, 2018

Bachcho Ki Nutkht Hindi Paheliyan


 

1.महेश  के पिता  के  5 लडको के नाम  बताओ | 
 १ गणेश
२ सुरेश
३ रमेश
४ अल्पेश
? ? ?
इसमे पांचवे  का  नाम  क्या होगा ?


2.डिब्बे पे डिब्बा ,
डिब्बा  का गाँव
चलती फिरती बस्ती ,
लोहे के पांव |



3.हरी -हरी मछली के
हरे -हरे अंडे ,
जल्दी से बुझिए
वरना पड़ेगे डंडे |


4.छोटा हूँ पर बड़ा कहलाता ,
रोज दही की नदी मे नहाता |


5.देखो जादूगर का हाल ,
डाले हरा निकाले लाल |


6.जब मैं जाऊ किसी के घर ,
बिन देखे वह काँपे थर -थर


7.चढ़ चौकी पर बैठे रानी ,
सर पर आग बदन पर पानी
बार -बार सर काटे जाका
कोई नाम बतावे वाका |


8.हवालात मे बंद पड़ी हूँ |
फिर भी बाहर पाओगे |
बिना पैर के सैर करू मैं
बिन मेरे मर जाओगे |


9.काली है पर काग नही ,
लम्बी है पर नाग नही |
बल खाती पर ढोर नही ,
बांधते है पर डोर नही |


10.थल मे पकड़े पैर तुम्हारे ,
जल मे पकड़े हाथ |
मुर्दा होकर भी रहता है ,
जिन्दो के साथ



Sunday, March 4, 2018

Top 15 Children Puzzles in Hindi | Bacho Ki Paheliyan

1.मै रहता हूँ  काला का काला
चाहे साबुन मे मुझको धोलो |
मै रहता हूँ  मिटटी के नीचे
नाम है मेरा झट बोलो |


2.शुरू कटे  मर जाऊ
पानी सदैव पेट  मे लाऊ |
आखिर कटे  मैं गिला करूं
बर्तनों मे ही मैं मिला करूं | |


3.वह पाले नही भैंस  या गाय
फिर भी वह दूध - मिलाई खाए |
घर बैठे ही वह करे शिकार
शेर भी गया उससे हार |


4.तीन आखर का मेरा नाम
बीच कटे रिश्ते का नाम |
आखिर कटे तो सब खाए
भारत के तीन तरफ दिखाए |
सागर

5.शुरू कटे तो कान कहलाऊ
बीच कटे ओ मन कहलाऊ |
परिवार की  मैं करू सुरक्षा
बारिश ,आंधी ,धुप  से रक्षा |


6.भैया मैं हूँ तीन पंख का
चार महीने पाता आराम |
बिजली का प्रवाह हूँ मैं सहता
घंटो  मैं तो चलता ही रहता |


7.वह मेरी जन्म भूमि है ka
महफिल है मेरा धाम |
सबके अधर लगकर देती
सुरगम का है पैगाम |


8.एक परिंदा ऐसा देखा ,
तालाब किनारे रहता था |
मुहँ से अग्नि उगलता था ,
पूंछ से द्रव  को पीता था |


9.सिर है छोटा तथा पेट बड़ा ,
तीन पैर पर रहे खड़ा |
खाता वायु और पिता तेल ,
फिर दिखलाता है अपना खेल |


10.एक जानवर है ऐसा ,
जिसकी दुम पर पैसा |
ताज पहने सर पर ,
राजा के जैसा |

11.बतलाओ ऐसी दो बहने ,
संग हँसती है ,संग गाती है |
उजले काले वस्त्र पहने ,
पर मिल कभी न पाती है |

12.द्वार पर दीवार
चिपकी ऐसी ही पड़ी है |
काम कबहूं नही करत ,
खाने पर दृष्टि  गडी है |


13.नित्य सवेरे आता है ,
नये -नये समाचार लाता है |
जो कोई पढ़ाता है उसको ,
बुद्धिमान वो बन जाता है |


14.दो अक्षर का  नाम मेरा,
आता हूँ खाने मे काम |
उल्टा लिखदो नाच दिखाऊ ,
फिर क्यों अपना नाम छिपाऊ ?


15.छत मे एक अजूबा देखा ,
लाल तवे को चलते देखा |
दिन भर फेरा करता रहता ,
पूरब से पशिचम को चलता |





Friday, February 23, 2018

Top 15 Bachho Ki Paheliyan in 2018

1.बेल से वो पैदा  होवे , रंग  से वो भूरी हैं |
भाई लोगो पहेली बूझो  ,अधूरी नही वो पूरी हैं |


2.एक किले मे चालीस, सबका हैं मुहँ  काला |
पूंछ पकड़ कर रगड  लगाओ ,झट कर दे उजियाला |



3.एक नर मै देखी कार, बच्चा हर  जने हर वो नारी |
बच्चा होते माँ  को खाये, बच्चा मरे तो माँ की जय |



4.पड़ी रहे धड के बिना, गाड़ी मिटे सिर हिन् |
मग करे पग रहत हैं ,अक्षर केवल तीन |



5.वह हमको देती आराम
यह ऊँची तो ऊँचा नाम
बड़े -बड़े लोगो को देखा
इसके लिए होता संग्राम


6.जा  को जोड़ बने जापान
बड़े -बडो के मुहँ  की शान |


7.बूझो भैया एक पहेली
जब काटो तो नई नवेली |



8.हरा हूँ  पर पता नही,
नकलची हूँ पर बन्दर नही ,
बूझो तो मेरा नाम सही |



9.कद के छोटे  कर्म के हिन्
बिन -बजाने के शोकीन  ?


10.रोज शाम आती हूँ  मै
रोज सवेरे जाती  हूँ ,
नीद न मझको समझना
यधिप तुम्हे सुलाती हूँ |



11.दबे पावं घुस जाती
चीज चट कर जाती ,
जब पकड़े उसे दोड़कर ,
छु  मन्त्र हो जाती |


 12.गर्मी मे वह देखता
सर्दी मे घायब हो जाता |


13.कातिल ,पर दोषी नही
उजला उसका रंग ,
बतीस के दल मे रहे ,
सदा रहे एक संग  |


14.हरी -हरी पूंछ
सफेद घोडा
बताने मे समय
मैं लेता बहुत थोडा |


15.मै अलबेला कारीगर
काटू काली घास
राजा ,रंक और सिपाही
सिर झुकाते मेरे  पास |


Tuesday, February 20, 2018

Latest Hindi Paheliyan 2018 with Answer for childens

1.तीन रंग के सुंदर  पक्षी,
नील गगन मे भरे उडान,
यह है सब की आँखों का तारा ,
हम सब इसको करते सम्मान |


2.खुशबु  है पर फूल नही ,
जलती है पर ईर्ष्या  नही |


3.चुपके से मै  आती  हू ,
तुमको रोज सुलाती हू ,
आहट पाकर सूरज की ,
जल्दी से भाग जाती हू |


4.काला -काला गोल तवे सा ,
रोटी नही पकाऊ,
सुई के तन मे चुभते ही ,
गाना तुम्हे  सुनाऊ |

.
5.जाने कहाँ किधर से आता,
फिर न जाने क्यों छिपकर जाता |
असमान मे पेड़ दिखाई
सात  रंग से रखता नाता |


6.कट-कट गया हुआ हल ,
सब्जी खायेगे  उसे हम  कल |


7.ऐसा कोंन सा अनाज है
जिसकी टेढ़ी  नाक है |

8.  लाल गाय लकड़ी खाय ,
पानी पीये मर जाये |


9.ये  धनुष  है सब को भाता ,
मगर लड़ने के काम न आता |

10.जरा -सी बिटिया
गजभर की चुटिया |


11.बारह  घोड़े  30 गाडी ,
365 करे सवारी  |



12.एक हाथ का प्राणी अचल ,
हाथ हिलाओ निकले जल |


13.खाते है इसको सब ,
लेकिन स्वाद  न कोई बता सका |
लोग खिलाते भी है लेकिन ,
उसे न कोई चखा सका |


14.ब्राहा  का पिता ,चन्दा का साला .
कीचड़ मे खिला उसको पाला |


15.लकड़ी के घोड़े को
लोहे की लगाम ?


16.लाल हरे सब मोती से
पैदा होते खेती से
बड़े दूर से आते है
बड़े चाव से खाते है |


17.वह घर मे भी होता है,
शाला मे भी होता है,
रोज बलती घर मे माँ ,
टीचर जी ने सही कहा |


18.हरा घेरा पीला मकान ,
उसमे रहता काला इंसान ?


19.रात मे है ,पर दिन मे नही ,
चतुर मे है ,पर चालाक मे नही ,
स्वर मे है, वर व्यंजन मे नही |

20.एक गोड दो बाहिया
मोड़ ससुर के हैयाँ |

21.अंधे मुझको  नही जानते,
काना कुछ पहचाने ,
जिनको दिखाई कम देता ,
वे मेरे दीवाने |


22.है पानी का मेरा चोला ,
हूँ  सफेद आलू -सा गोला |
कही उलटयदि मझको पाओ,
लाओ -लाओ कहते जाओ |


23.एक पैर है काली धोती
जाड़े मे हूँ हरदम सोती
गर्मी मे हूँ  छाया देती
वर्षा  मे हूँ हरदम रोती |


24. जादू के डंडे को देखो ,
बिन तेल बिन बाती,
नाक दबाते तुरन्त रोशनी .
सभी और फैलाती |


25.दो अक्षर का मेरा नाम
सर को ढकना मेरा काम |


26.सिर पर कलगी पर मैं न चन्दा
गरजे बादल, नाचे बन्दा |


Wednesday, February 14, 2018

Hidi Paheliyan Bujjo To Jane Latest 2018 with answer
















1. वो  क्या  चीज  है  जिसे  हम  पिसते है ,
मेज  पर  रखते  है , पर  खाते  नही ?
बताओ क्या


2. बिन पंख  के उड़े  आकाश ,
लम्बी  पूछ  हमारे  हाथ !
बताओ क्या ?

3.सभी  खाली स्थान मे एक ही शब्द  भरो ;
एक गली मे -----बच्चे खेल रहे  थे !
उस गली मे से एक -----औरत  गुजरी !
उस औरत  ने हाथ मे -----पकड़ी थी !
----बच्चो ने उस ----औरत की ----गिरा दी !



4.१ शहद से  ज्यादा  मीठा ........ है!
२ सूरज से ज्यादा  गर्म .........है!
३ बादशाह  को ............. चाहिय !
४ फकीर के पास ..................है!
५ जो ....... खायेगा वह मर जायेगा !

  पांचो खाली स्थानों पर एक ही शब्द भरो !


5.मै मरु, मै  कटु,
तुम क्यों  रोते  हो ?

बताओ क्या ?


6.दो बेटे और  दो बाप सर्कस देखने गये  !
उनके पास केवल ३ टिकेट थी  ,
फिर भी सबने सर्कस देखी !

केसे ?


7.अगर एक किर्कट  मैच  मे १० गेंद पर लगातार
१० खिलाडी  आउट हो गये तो कोन से नंबर  का
खिलाडी नाबाद  रहेगा  ? 




8.जब ये जलते है ,तो रोते  है ,
सब इन्हे जलाकर खुश होते  है ,

बतायो  क्या ?



9.भिखारी  नही पर पैसे  मांगता हू ;
लडकी नही हू  पर पर्स इस्तमाल  करता हू ;
रेफरी भी नही पर सीटी बजाता हू ;
बताओ  कोंन  हू मै  ?



10.बताओ  वह कोंन सी सब्जी है
जिसमे ताला और चाबी दोनों आते है !
 बताओ  क्या ?




11.काला घोडा,  सफेद की सवारी ,
एक उतरा तो दुसरे की बारी ,
   बताओ  क्या ?       


12.आपके ही घर  आये तीन अक्षर का नाम बताये ;
शुरू के रो अति हो जाये ,अंतिम  दो से तिथि बन जाये !

  बताओ  क्या ?




13.मुर्गी  अंडा  देती  है
और गाये दूध देती है !
पर ऐसा कोन है  जो अंडा और दूध
दोनों देते है ?



14. नोच -नोच कर  खाता मास ;
जिव है यह दुनिया का ये  खास ;
दो अक्षर का छोटा नाम ;
लेकिन इसका मोटा काम ;
उड़ता रहता सुबह शाम ;

 बताओ  क्या ?

       
15. जितनी ज्यादा सेवा करता ;
उतना घटता  जाता  हू !
सभी रंग का नीला-पीला;
पानी के संग भाता हू  !

बताओ  क्या ?



16. प्रथम कटे तो दर हो जाऊ ;
अंत कटे तो बंद हो जाऊ;
केला मिले तो खाता जाऊ ;
बताओ कोन  हू मै  ?



17. यह कैसे मुमकिन हो सकता है
कि जेब मे कुछ तो फिर भी जेब खाली हो ?

बताओ  क्या ?


18. ऐसा कोंन सा कागज  है जो है तो आपका
लेकिन अगर उस पर आपके हस्ताक्षर हो
तो वो  अमाननीय हो जायेगा  !



19.लाल घोडा रुका रहे  ;
काला घोडा भागता जाये !
बताओ  क्या ?



20.लाल मुह की छोकरी
हरियर  फीता गथाये,
निकले कहू बाजार मे ,
त हाथो -हाथ बेचाए !
  बताओ  क्या ?


21. एक पुल (Bridge) है ,
उस पर से सिर्फ एक ही Taxi जा सकती है,उतनी ही जगह है |
अब दोनों और से  Taxi वाले आते है....और दोनों एक साथ
बिना रुके चले जाते है..
 बोलो  कैसे ?




Wednesday, May 10, 2017

Nutkhat Paheli

1.Ek Ped Ki Tees Hein Dali ,
Aadhi Sfad Aur Aadhi Kali |


एक पेड़  की तीस है डाली,
आधी सफेद  और आधी काली|

 ,
2.Rat Gali M Khda-Khada ,
Danda Leker Bada-Bada|
Rho Jagte Hoshiyar,
Khta Vo Baar-Baar |



रात गली में खड़ा -खड़ा ,
डंडा लेकर बड़ा -बड़ा |
रहो  जागते होशियार ,
कहता वो बार -बार |


Tuesday, March 7, 2017

Bachho Ki Paheliyan



1.Ek Ganv Me Aag Lgi ,
Dusre Ganv Me Kunva,
Chlo Mitr Chlkr Dekhe ,
Utha Bhumi Ka Kuaa


.एक गाँव  मे आग  लगी ,
दुसरे गाँव  मे धुंवा ,
चलो मित्र चलकर  देखे ,
उठा  भूमि का कुआ |



2.Ek Khet Me Asa Huaa,
 Aada Bugla Aada Suaa


एक खेत मे  ऐसा  हुआ ,
आधा बगुला  आधा सुआ |



3.Ek Nari  Ki Chal  H Jhuthi,
Be Sr Kate Vh Ruthi ,
Jab Kre Muh Uska  Kala ,
Kaam Kre Sbse Nirala |


एक नारी की चाल निराली ,
बे सर काटे रह  वह रूठी ,
जब करे उसका मुह काला ,
काम करे सबसे निराला |


4.Char Aungl Ka Paid,
Sva Mn Ka Ptta,
Fl Lge Alg,-Alg,
Pk Jaye Ektha ,


चार अगुंल  का पेड ,
सवा  सवा मन का पत्ता ,
फल लगे अलग-अलग ,
पक जाये इकठा ,|


Thursday, March 2, 2017

Ajab Paheli Bujo To JANE


1.एक गुफा और बतीस  चोर ,
बतीस रहते है तीन और ,
बारह घंटे  करते है काम,
बाकी वक्त करे काम |



2.आखिर  कटे,अंधा हो जाये ,
फिर भी करता प्रकाश |
शुरू कटे  तो रज बन जाये .
गंगा नही इसका निवास | |



3.शक्तिशाली  संसार  मे
करूं मनुष्य  के काम  |
जल पीते ही तुरन्त,
जाऊ  में  फिर सुरधाम | |


4.ऐ दाढ़ी  वालो  छोकरों
चलो हाट bikayबिकाय |
दो नेत्र , पर दिखे नही
मेरा नाम बताय | |




Wednesday, March 1, 2017

Bachho Ki Paheliya



1.हरा चोर  लाल मकान ,
उसमे बेठा  काला शैतान ,
गर्मी  मे  दिखता,
सर्दी मे गायब  हो  जाता |


2.उस राजा की  अनोखी  रानी ,
दुम के रास्ते पीती  पानी |



3.दो  सुंदर  लडके ,
दोनों एक ही रंग के ,
एक बिछुड़  जाये ,
तो दूजा  काम न आये |

4.पेट मे अंगुली सिर पर पत्थर
जल्दी से बताओ उसका उतर |



Tuesday, February 28, 2017

Ajab-Gjab Paheliyan

1.न  बीज न गुठली ,
छिलका उतारो  तो हलवे  कि  डाली |


2.छोटा -सा काला घर
पर चलता है इधर -इधर

3.दाने-दाने  गिनती  जाती
दादी अम्मा  रोज फिराती ?


4.अजब सुनी इक बात ,
नीचे फल और उपर पात |


5.लाल  हरे  सब  मोती से
पैदा  होते खेती से
बड़े  दूर से आते है
बड़े चाव से   खाते है |


Wednesday, February 8, 2017

Paheliya Buchho To Jane



1.Pyar Kru To Ghr Chmka Dun,
Var Kru To Le Lu Jaan|


प्यार  करू तो घर चमका  दूँ ,
वार करू  तो ले लूं जान |


2.N Dekhe N Bole,
Fir Bhi Bhed Khole |


न  देखे  न  बोले ,
फिर  भी भेद  खोले |



3. Ek  Gufa Ke Do Rkhvale ,
Dono lmbe, Dono Kale |


एक गुफा  के दो रखवाले ,
दोनों लम्बे , दोनों काले  |




4.Sir Pe Uske Dekha Mtka ,
Mtke Ko Ghr Lakr Ptka ,
Kuch  Kahya Kuch Ko Fenka,
Mtke Ka pani Bhi Gtka |


सिर पे उसके देखा मटका ,
मटके को गर लाकर पटका ,
कुछ  खाया कुछ  को फ़ेंका ,
मटके का पानी भी गटका  |


Monday, February 6, 2017

Bachho Ki Paheliyan



1.Aadi Kte To Bdi Bne,
Ant Kte To Bhgvan,
Bachho, Uska Ka Naam Btlao,
To Khao Mishthan ?


आदि कटे तो बड़ी बने ,
अन्त कटे तो भगवान ,
बच्चो, उसका नाम बतलाओ ,
तो खाओ मिष्ठान ?



2. Nya Khjana Ghr Me  Aaya,
Dbby Me Sansar  Smaya ,
Nya Krishma Bejodi Ka ,
Naan Btlao Es Yogi Ka ?


नया खजाना  घर में  आया ,
डब्बे  में संसार  समाया,
नया करिश्मा बेजोड़ी का ,
,इस योगी का नाम बतलाओ  ?


3.Saat Ganth Ki Rssi,
Ganth - Ganth Me Rs,
Eska Uter Jo Btaye,
Naku Bheya Denge Rupye Dus |


सात गांठ की रस्सी ,
गांठ -गांठ में रस ,
इसका उतर  जो बताये ,
नाकु  भेया देंगे रूपये  दस  |


4.Sr Ke Niche Dbi Rhe,
Lekin Chu Tk N Krti Hein,
Bachho, Bolo Koan Hein Vo,
Jo Sath Tumare Soti Hein |


सर  के नीचे दबी रहे ,
लेकिन  चूं तक न करती हैं,
बच्चो ,बोलो कोंन हैं वो ,
जो साथ तुमारे सोती हैं |


Thursday, February 2, 2017

Bachho Ki Paheliyan



1.Khlati Hein Rat Ki Rani,
Ankh Se Nikle hrdm Pani |


कहलाती हैं रात की  रानी ,
आँख  से  निकले  हरदम  पानी |



2.Teen Akshr Kaam Mera Naam,
Aata Hun Khane Ke Kaam,
Mdy Kte To Bn Jau Chaal,
Mera Naam Sda Ttkaal|


तीन अक्षर  काम  मेरा  नाम ,
आता हूँ खाने के  काम ,
मध्य  कटे तो बन जाऊ चाल,
मेरा नाम सदा तत्काल |


3.lambi Punch  Peeth Pr Rekha,
Dono Hatho Khate Dekha |


लम्बी  पूंछ पीठ  पर रेखा ,
दोनों हाथो  खाते  देखा |


4.laal-laal Dibiya Pile Hein Khane,
Dibiya Ke Bhitr Moti Ke Dane |


लाल -लाल  डिबियां  पीले हैं खाने ,
डिबियां  के भीतर  मोती के दाने |

Friday, January 27, 2017

Bachho Ki Paheli




1.Kala Hnda, Ujla bhat ,
Le lo Bhai Hatho-Hath|


 काला  हंडा, उजला भात ,
ले   लो  भाई  हाथो -हाथ |


 2. Char Hein Raniya Or Ak  Hein Raja ,
Hr Ak  Kaam M Unka Apna Sanjha|


चार हैं रानिया और  एक  हैं राजा ,
हर एक  काम  में  उनका  अपना  साँझा |


3.Khda Dhvar Pr Esa Ghoda,
Jisne Chaha Pait Mroda|


खड़ा द्वार पर  ऐसा  घोडा ,
जिसने चाहा पेट  मरोड़ा |


4.Kali Ndee Suhavni ,
Pile Ande De,
Jo Aaye Aadmi,
Sbhi Smet Le|


काली नदी  सुहावनी ,
पीले  अन्डे दे ,
जो आये आदमी ,
सभी  समेट ले |



Thursday, January 26, 2017

Bujo To Jane Paheliyan




1.Ghusa Ankho M  Mera Dhaga,
Drji k Ghr Se M Baga |


घुसा  आँखों  में मेरा  धागा ,
दर्जी  के  घर  से  मै भागा |


2.Chachi K Do Kaan ,Chacha K Nhi Kaan,
Chachi Ati Sujan ,Chacha Ko Kuch Na Gyan |


चाची के दो  कान ,चाचा  के  नही  कान ,
चाची अति  सुजान,चाचा   को कुछ  ना ज्ञान |


3.Hra Dibba Pila Mkan,
Usme bethe kllu Ram |



हरा डिब्बा  पीला  मकान ,
उसमे  बेठे  कल्लू  राम |


4.Mere  Naan Se Sb Drte Hein,

Mere Liye Prishrm Krte Hein |


मेरे  नाम  से  सब डरते हैं ,
मेरे लिए परिश्रम  करते हैं |


Wednesday, January 25, 2017

Bachho Ki Paheli

1.न ही  मै खाता हूँ ,
न ही  पीता हूँ ,
फिर भी  सब्के घरो  की ,
मै  रखवाली करता हूँ |




2.टोपी हैं हरी -हरी मेरी ,
लाल हैं दुशाला ,
पिट में अजीबो  लगी ,
दानो  की  माला ?



3.बिना  कान के सुनने वाला ,
नीचे गोरा  उपर काला |


4.मै  हूँ नन्हा सा  एक  डिब्बा ,
मेरे अन्दर बहुत सामान ,




Answer.1  ताला






Answer.2 मिर्च










Answer.3 सांप










Answer.4 जलेबी












Monday, January 16, 2017

Kala Pani Paheli

1.Dikhne M Vh Kala H,
Or Jalne Pr Lal,
Fenkne Pr H Vah Sfed,
kholo Bachcho Uska Bhed |


दिखने  में वह  काला हैं,
और  जलने  पर  लाल ,
फेंकने  पर हैं  वह  लाल ,
खोलो  बच्चो उसका  भेद |


2. Barsat M  Yaad Dilaye,
Pani Dhup M Kam Aaye|

बरसात में याद दिलाये ,
पानी धूप में काम  आये |



.Ek khet M Asa Huaa,

Aadha Bugla Aadha Suaa|


एक  खेत  में ऐसा हुआ ,
आधा बगुला  आधा सुआ |


Sunday, January 15, 2017

Muhavro Wali Paheli

1. Bich Taal M Thoda Pani
Usme Niche Lal Bhvani |


बीच  ताल में थोड़ा पानी ,
उसमें नीचे  लाल  भवानी |


2.Bina Tel K  Jlta H
 Pair Bina Vo Chlta  H,
 Ujiyare Ko Bikher Kr
 Andhyare Ko Dur  Krta H,


बिना  तेल  के  जलता  हैं
पैर बिना  वो  चलता  हैं,
उजियारे  को बिखेर  कर
अंधियारे  को दूर  करता  हैं|



3. Hath M Hra, Muh M Lal,
Kya Chij H Btlao Pyare Lal|


हाथ में हरा मुह  में लाल ,
क्या  चीज  हैं बताओ  प्यारे  लाल |



Wednesday, January 11, 2017

Hindi Paheliyan For Kids

1. Patto Ke Sman Uska Rang,
Kutr-Kutr Khane Ka h Dng|
Pinjre Me B Vah Pala Jata,
Naam Bata Do AbTo Gyata ||


पत्तो के समान उसका रंग ,
कुतर-कुतर खाने हैं ढंग |
पिंजरे में भी वह पाला जाता ,
नाम बता दो अब तो ज्ञाता ||



2. Shuru Kate To Bantee Meli,
Bich Kate Se Banu Chli|
Teen akhr Ka Mera Naam,
Fool Lata Lo Mujhko Jaan ||


शुरू  कटे तो बनती मेली  ,
बीच कटे से बनू चली|
तीन आखर का  मेरा नाम ,
फूल लता लो मुझको जान ||



3. Ek Kli Me Do  H Kli,
Do Kli Me H Ras |
Jawab Shi Btlayoge To,
Rupay Milege Das ||


एक  कली  में दो  हैं कली ,
दो कली में हैं रस  |
जवाब सही बतलाओगे तो ,
रूपए तुम्हे मिलेंगे दस ||



Tuesday, January 10, 2017

Bacho ki Ajab paheliyan

1.  Bina chonch Pair-Pankh Ki Chidya,
Dage Ko Lekar Chal Di|
Dol Rahi Hain Akash Main,
Aygi Nhi Jaldi| ||


बिना चोंच पैर-पंख की चिड़िया,
धागे को लेकर चल दी |
डोल रही हैं आकाश में,
आयेगी नहीं जल्दी ||


2. Shuru Kate Smuh Ban Jau,
Bich Kate To Cash Kahau|
Barish Ritu Me Umad-Umad Kar,
Kisano Ke Man Ko Harshiu||


शुरू कटे समूह  बन  जाऊ
बीच कटे तो  कैश बन  काहू |
बारिश  ऋतु में उमड़ -उमड़  कर ,
किसानो  के मन  को हरषाऊ||