Wednesday, May 10, 2017

Nutkhat Paheli

1.Ek Ped Ki Tees Hein Dali ,
Aadhi Sfad Aur Aadhi Kali |


एक पेड़  की तीस है डाली,
आधी सफेद  और आधी काली|

 ,
2.Rat Gali M Khda-Khada ,
Danda Leker Bada-Bada|
Rho Jagte Hoshiyar,
Khta Vo Baar-Baar |



रात गली में खड़ा -खड़ा ,
डंडा लेकर बड़ा -बड़ा |
रहो  जागते होशियार ,
कहता वो बार -बार |


Tuesday, March 7, 2017

Bachho Ki Paheliyan



1.Ek Ganv Me Aag Lgi ,
Dusre Ganv Me Kunva,
Chlo Mitr Chlkr Dekhe ,
Utha Bhumi Ka Kuaa


.एक गाँव  मे आग  लगी ,
दुसरे गाँव  मे धुंवा ,
चलो मित्र चलकर  देखे ,
उठा  भूमि का कुआ |



2.Ek Khet Me Asa Huaa,
 Aada Bugla Aada Suaa


एक खेत मे  ऐसा  हुआ ,
आधा बगुला  आधा सुआ |



3.Ek Nari  Ki Chal  H Jhuthi,
Be Sr Kate Vh Ruthi ,
Jab Kre Muh Uska  Kala ,
Kaam Kre Sbse Nirala |


एक नारी की चाल निराली ,
बे सर काटे रह  वह रूठी ,
जब करे उसका मुह काला ,
काम करे सबसे निराला |


4.Char Aungl Ka Paid,
Sva Mn Ka Ptta,
Fl Lge Alg,-Alg,
Pk Jaye Ektha ,


चार अगुंल  का पेड ,
सवा  सवा मन का पत्ता ,
फल लगे अलग-अलग ,
पक जाये इकठा ,|


Thursday, March 2, 2017

Ajab Paheli Bujo To JANE


1.एक गुफा और बतीस  चोर ,
बतीस रहते है तीन और ,
बारह घंटे  करते है काम,
बाकी वक्त करे काम |



2.आखिर  कटे,अंधा हो जाये ,
फिर भी करता प्रकाश |
शुरू कटे  तो रज बन जाये .
गंगा नही इसका निवास | |



3.शक्तिशाली  संसार  मे
करूं मनुष्य  के काम  |
जल पीते ही तुरन्त,
जाऊ  में  फिर सुरधाम | |


4.ऐ दाढ़ी  वालो  छोकरों
चलो हाट bikayबिकाय |
दो नेत्र , पर दिखे नही
मेरा नाम बताय | |




Wednesday, March 1, 2017

Bachho Ki Paheliya



1.हरा चोर  लाल मकान ,
उसमे बेठा  काला शैतान ,
गर्मी  मे  दिखता,
सर्दी मे गायब  हो  जाता |


2.उस राजा की  अनोखी  रानी ,
दुम के रास्ते पीती  पानी |



3.दो  सुंदर  लडके ,
दोनों एक ही रंग के ,
एक बिछुड़  जाये ,
तो दूजा  काम न आये |

4.पेट मे अंगुली सिर पर पत्थर
जल्दी से बताओ उसका उतर |



Tuesday, February 28, 2017

Ajab-Gjab Paheliyan

1.न  बीज न गुठली ,
छिलका उतारो  तो हलवे  कि  डाली |


2.छोटा -सा काला घर
पर चलता है इधर -इधर

3.दाने-दाने  गिनती  जाती
दादी अम्मा  रोज फिराती ?


4.अजब सुनी इक बात ,
नीचे फल और उपर पात |


5.लाल  हरे  सब  मोती से
पैदा  होते खेती से
बड़े  दूर से आते है
बड़े चाव से   खाते है |


Wednesday, February 8, 2017

Paheliya Buchho To Jane



1.Pyar Kru To Ghr Chmka Dun,
Var Kru To Le Lu Jaan|


प्यार  करू तो घर चमका  दूँ ,
वार करू  तो ले लूं जान |


2.N Dekhe N Bole,
Fir Bhi Bhed Khole |


न  देखे  न  बोले ,
फिर  भी भेद  खोले |



3. Ek  Gufa Ke Do Rkhvale ,
Dono lmbe, Dono Kale |


एक गुफा  के दो रखवाले ,
दोनों लम्बे , दोनों काले  |




4.Sir Pe Uske Dekha Mtka ,
Mtke Ko Ghr Lakr Ptka ,
Kuch  Kahya Kuch Ko Fenka,
Mtke Ka pani Bhi Gtka |


सिर पे उसके देखा मटका ,
मटके को गर लाकर पटका ,
कुछ  खाया कुछ  को फ़ेंका ,
मटके का पानी भी गटका  |


Monday, February 6, 2017

Bachho Ki Paheliyan



1.Aadi Kte To Bdi Bne,
Ant Kte To Bhgvan,
Bachho, Uska Ka Naam Btlao,
To Khao Mishthan ?


आदि कटे तो बड़ी बने ,
अन्त कटे तो भगवान ,
बच्चो, उसका नाम बतलाओ ,
तो खाओ मिष्ठान ?



2. Nya Khjana Ghr Me  Aaya,
Dbby Me Sansar  Smaya ,
Nya Krishma Bejodi Ka ,
Naan Btlao Es Yogi Ka ?


नया खजाना  घर में  आया ,
डब्बे  में संसार  समाया,
नया करिश्मा बेजोड़ी का ,
,इस योगी का नाम बतलाओ  ?


3.Saat Ganth Ki Rssi,
Ganth - Ganth Me Rs,
Eska Uter Jo Btaye,
Naku Bheya Denge Rupye Dus |


सात गांठ की रस्सी ,
गांठ -गांठ में रस ,
इसका उतर  जो बताये ,
नाकु  भेया देंगे रूपये  दस  |


4.Sr Ke Niche Dbi Rhe,
Lekin Chu Tk N Krti Hein,
Bachho, Bolo Koan Hein Vo,
Jo Sath Tumare Soti Hein |


सर  के नीचे दबी रहे ,
लेकिन  चूं तक न करती हैं,
बच्चो ,बोलो कोंन हैं वो ,
जो साथ तुमारे सोती हैं |


Thursday, February 2, 2017

Bachho Ki Paheliyan



1.Khlati Hein Rat Ki Rani,
Ankh Se Nikle hrdm Pani |


कहलाती हैं रात की  रानी ,
आँख  से  निकले  हरदम  पानी |



2.Teen Akshr Kaam Mera Naam,
Aata Hun Khane Ke Kaam,
Mdy Kte To Bn Jau Chaal,
Mera Naam Sda Ttkaal|


तीन अक्षर  काम  मेरा  नाम ,
आता हूँ खाने के  काम ,
मध्य  कटे तो बन जाऊ चाल,
मेरा नाम सदा तत्काल |


3.lambi Punch  Peeth Pr Rekha,
Dono Hatho Khate Dekha |


लम्बी  पूंछ पीठ  पर रेखा ,
दोनों हाथो  खाते  देखा |


4.laal-laal Dibiya Pile Hein Khane,
Dibiya Ke Bhitr Moti Ke Dane |


लाल -लाल  डिबियां  पीले हैं खाने ,
डिबियां  के भीतर  मोती के दाने |

Friday, January 27, 2017

Bachho Ki Paheli




1.Kala Hnda, Ujla bhat ,
Le lo Bhai Hatho-Hath|


 काला  हंडा, उजला भात ,
ले   लो  भाई  हाथो -हाथ |


 2. Char Hein Raniya Or Ak  Hein Raja ,
Hr Ak  Kaam M Unka Apna Sanjha|


चार हैं रानिया और  एक  हैं राजा ,
हर एक  काम  में  उनका  अपना  साँझा |


3.Khda Dhvar Pr Esa Ghoda,
Jisne Chaha Pait Mroda|


खड़ा द्वार पर  ऐसा  घोडा ,
जिसने चाहा पेट  मरोड़ा |


4.Kali Ndee Suhavni ,
Pile Ande De,
Jo Aaye Aadmi,
Sbhi Smet Le|


काली नदी  सुहावनी ,
पीले  अन्डे दे ,
जो आये आदमी ,
सभी  समेट ले |



Thursday, January 26, 2017

Bujo To Jane Paheliyan




1.Ghusa Ankho M  Mera Dhaga,
Drji k Ghr Se M Baga |


घुसा  आँखों  में मेरा  धागा ,
दर्जी  के  घर  से  मै भागा |


2.Chachi K Do Kaan ,Chacha K Nhi Kaan,
Chachi Ati Sujan ,Chacha Ko Kuch Na Gyan |


चाची के दो  कान ,चाचा  के  नही  कान ,
चाची अति  सुजान,चाचा   को कुछ  ना ज्ञान |


3.Hra Dibba Pila Mkan,
Usme bethe kllu Ram |



हरा डिब्बा  पीला  मकान ,
उसमे  बेठे  कल्लू  राम |


4.Mere  Naan Se Sb Drte Hein,

Mere Liye Prishrm Krte Hein |


मेरे  नाम  से  सब डरते हैं ,
मेरे लिए परिश्रम  करते हैं |